राष्ट्रीय गीत – वन्दे मातरम् का इतिहास, महत्व और बोल

By Harikesh Maurya

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राष्ट्रीय गीत
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राष्ट्रीय गीत : भारत का राष्ट्रीय गीत “वन्दे मातरम्” है, जो देशभक्ति, मातृभूमि के प्रति प्रेम और त्याग की भावना को दर्शाता है। यह गीत सिर्फ एक कविता नहीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतवासियों का प्रेरणास्रोत रहा। आज भी यह हर भारतीय के दिल में गर्व और उत्साह का संचार करता है। इस आर्टिकल में हम राष्ट्रीय गीत के इतिहास, लेखक, बोल, महत्व और रोचक तथ्यों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

राष्ट्रीय गीत क्या है?

राष्ट्रीय गीत वह गीत है जिसे देश की पहचान और गौरव के प्रतीक के रूप में मान्यता दी जाती है। भारत में वन्दे मातरम् को यह दर्जा प्राप्त है। इसे विशेष अवसरों, राष्ट्रीय पर्वों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गाया जाता है।

राष्ट्रीय गीत का इतिहास

  • लेखक: बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय

  • रचना वर्ष: 1870 का दशक

  • प्रथम प्रकाशन: आनंदमठ उपन्यास (1882)

  • पहली बार गाया गया: 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन में

  • घोषणा: 24 जनवरी 1950 को वन्दे मातरम् को राष्ट्रीय गीत घोषित किया गया।

बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने यह गीत मातृभूमि की महिमा और प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन करते हुए लिखा था। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान यह गीत क्रांतिकारियों और आम जनता की आवाज बन गया।

वन्दे मातरम् के बोल

वन्दे मातरम्
सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम्
शस्यश्यामलां मातरम्!
वन्दे मातरम्!

शुभ्रज्योत्स्ना पुलकित यामिनीम्
फुल्लकुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम्
सुखदां वरदां मातरम्!
वन्दे मातरम्!

राष्ट्रीय गीत का महत्व

  • यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रेरणास्रोत रहा।

  • मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण का भाव जगाता है।

  • सांस्कृतिक एकता और राष्ट्रीय गौरव को दर्शाता है।

  • स्कूलों, कॉलेजों और राष्ट्रीय पर्वों पर गाया जाता है।

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राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रीय गान में अंतर

बिंदु राष्ट्रीय गीत राष्ट्रीय गान
नाम वन्दे मातरम् जन गण मन
रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय रवींद्रनाथ टैगोर
रचना वर्ष 1870 का दशक 1911
भाषा संस्कृत व बंगला मिश्रित संस्कृतनिष्ठ बांग्ला
विषय भारत माता की स्तुति भारत की एकता और विविधता
समय सीमा निर्धारित नहीं 52 सेकंड
घोषणा वर्ष 1950 1950

संवैधानिक महत्व

भारतीय संविधान में राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रीय गान दोनों को सम्मान देने की बात कही गई है। राष्ट्रीय गान का गाना और सम्मान करना सभी नागरिकों का कर्तव्य है, वहीं राष्ट्रीय गीत को भी समान आदर के साथ गाया जाता है।

राष्ट्रीय गीत
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राष्ट्रीय गीत से जुड़े रोचक तथ्य

  1. “वन्दे मातरम्” की पहली दो पंक्तियों को ही आधिकारिक राष्ट्रीय गीत माना जाता है।

  2. यह गीत संस्कृत और बंगला भाषा के मिश्रण में लिखा गया है।

  3. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इसे कई भाषाओं में अनुवादित किया गया।

  4. इस गीत की धुन को कई महान संगीतकारों ने अलग-अलग अंदाज में प्रस्तुत किया।

FAQs – राष्ट्रीय गीत से जुड़े सामान्य प्रश्न

Q1. भारत का राष्ट्रीय गीत कौन सा है?
भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् है।

Q2. राष्ट्रीय गीत किसने लिखा है?
राष्ट्रीय गीत बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने लिखा है।

Q3. राष्ट्रीय गीत कब अपनाया गया?
24 जनवरी 1950 को इसे राष्ट्रीय गीत घोषित किया गया।

Q4. क्या राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रीय गान एक ही हैं?
नहीं, राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् है और राष्ट्रीय गान जन गण मन है।

निष्कर्ष

राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् भारत की स्वतंत्रता, एकता और मातृभूमि के प्रति प्रेम का प्रतीक है। यह हर भारतीय के दिल में देशभक्ति का जज्बा जगाता है। हमें इसे गर्व और सम्मान के साथ गाना और इसके अर्थ को समझना चाहिए।

 

Harikesh Maurya

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